Ground Report: पहलगाम हमले के बाद श्रीनगर एयरपोर्ट पर भारी भीड़, हवाई किराया दोगुना
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद घाटी में दहशत का माहौल है। जो पर्यटक पहले से वहां मौजूद थे या अब कश्मीर जाने की योजना बना रहे थे, उनमें डर और बेचैनी साफ नजर आ रही है। ज्यादातर लोग जल्द से जल्द अपने घरों की ओर लौटने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन बढ़ते हवाई किराए ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
हमले के बाद श्रीनगर एयरपोर्ट पर शुक्रवार को रेलवे स्टेशन जैसी भीड़ देखने को मिली। यात्री फ्लाइट छूटने के डर से तय समय से काफी पहले एयरपोर्ट पहुंच रहे हैं। लंबी-लंबी कतारें, कड़ी चेकिंग और घबराए चेहरे वहां आम नजारा बन गए हैं।
हवाई किराया हुआ दोगुना, इंडिगो और अन्य एयरलाइनों ने बढ़ाए रेट
श्रीनगर से दिल्ली तक का हवाई किराया हमले के अगले ही दिन 25 हजार रुपये तक पहुंच गया था। सरकार ने एयरलाइंस को किराया सामान्य रखने की हिदायत दी थी, लेकिन कंपनियों ने संकट में भी मुनाफा कमाने का कोई मौका नहीं छोड़ा।
मध्य प्रदेश के पर्यटक विश्वास बोराडे ने बताया कि उन्होंने श्रीनगर से इंदौर लौटने के लिए दो टिकट 38 हजार रुपये में खरीदे। जबकि जब वे घाटी आए थे, तब उन्हें सिर्फ 18 हजार में दो टिकट मिले थे। यानी किराया लगभग दोगुना हो गया।
दिल्ली, जम्मू, अमृतसर और चंडीगढ़ जैसे नजदीकी शहरों के लिए भी हवाई किराया 10 से 15 हजार रुपये प्रति यात्री तक जा पहुंचा है। फ्लाइट्स की अचानक बढ़ी डिमांड का फायदा उठाकर एयरलाइंस ने दाम आसमान पर पहुंचा दिए हैं।
पर्यटन सेक्टर को भी बड़ा झटका
इस हमले का असर कश्मीर के पर्यटन उद्योग पर भी साफ दिखने लगा है। होटल, गाड़ियां और हाउस बोट की बुकिंग तेजी से कैंसिल हो रही हैं। डल झील पर हाउस बोट चलाने वाले वाहिद वाणी ने बताया कि उनकी 80 प्रतिशत बुकिंग रद्द हो चुकी हैं।
डल झील में करीब 1220 हाउस बोट हैं, जो हजारों परिवारों का रोजगार हैं। इस समय सीजन पीक पर था और जून तक सभी बुकिंग भरी हुई थीं। लेकिन अब लगातार कैंसिलेशन हो रहे हैं। 2000 से 15,000 रुपये तक किराया देने वाले पर्यटक डर के कारण यात्रा स्थगित कर रहे हैं।
निष्कर्ष:
पहलगाम हमले ने कश्मीर के पर्यटन उद्योग को जबरदस्त झटका दिया है। एक ओर लोग जान बचाकर घर लौटना चाहते हैं, वहीं दूसरी ओर हवाई किराये ने उनकी राह और कठिन कर दी है। हालात सामान्य होने में अब वक्त लग सकता है।