Thunderbolts Review: मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स (MCU) की 36वीं फिल्म ‘थंडरबोल्ट्स’ ने रिलीज के साथ ही फेज 5 को पूरा कर दिया है। 2008 में ‘आयरन मैन’ से शुरू हुए इस सफर में ‘एवेंजर्स एंडगेम’ ने थानोस को हराकर एक युग का अंत किया था। इसके बाद MCU लगातार नए प्रयोग कर रहा था, लेकिन दर्शकों को पहले जैसी खुशी और रोमांच नहीं मिल रहा था। अब ‘थंडरबोल्ट्स’ उस कमी को पूरा करती नजर आ रही है।
कहानी की झलक
‘थंडरबोल्ट्स’ की कहानी उन किरदारों पर केंद्रित है जिन्हें अब तक मुख्यधारा में जगह नहीं मिली थी। अमेरिका की खुफिया एजेंसी के इशारे पर काम करने वाले ये किरदार अपनी-अपनी कमजोरियों के साथ आगे बढ़ते हैं। जब इन लूजर्स को एक मिशन पर भेजा जाता है, तो वे एक-दूसरे को खत्म करने की बजाय साथ आकर टीम बनाते हैं और खुद को साबित करते हैं। बकी बार्न्स और नए सुपरपावर बॉब का जुड़ना फिल्म को नया मोड़ देता है। फिल्म अकेलेपन, परिवार और भरोसे की अहमियत को खूबसूरती से दिखाती है।
किरदारों की दमदार परफॉर्मेंस
फ्लोरेंस प्यू (येलेना), सेबेस्टियन स्टेन (बकी), डेविड हार्बर (रेड गार्डियन) ने जबरदस्त अभिनय किया है। ओल्गा कुरीलेंको, हन्ना जॉन-कामेन, जूलिया लुइस-ड्रेफस और वायट रसेल ने भी अपने किरदारों में जान डाल दी है। खास बात ये है कि येलेना इस फिल्म में कहानी की धुरी बनी हुई है, और उसकी रेड गार्डियन के साथ केमिस्ट्री फिल्म को खास बनाती है।
फिल्म की खासियत
‘थंडरबोल्ट्स’ सिर्फ एक सुपरहीरो फिल्म नहीं है, यह भावनाओं और टीम वर्क की कहानी भी है। फिल्म में शानदार एक्शन, इमोशनल सीन्स और हल्की-फुल्की कॉमेडी का अच्छा संतुलन है। दो पोस्ट-क्रेडिट सीन MCU के भविष्य की दिशा भी दिखाते हैं, जिससे फैंस के बीच उत्सुकता और बढ़ गई है।
‘Thunderbolts‘ MCU के लिए एक नई शुरुआत की तरह है। फिल्म ने साबित कर दिया है कि येलेना अब एवेंजर्स की कमान संभालने के लिए पूरी तरह तैयार है। निर्देशक जेक श्रेयर ने इस फिल्म को शानदार तरीके से संभाला है। यदि आप MCU के फैन हैं तो यह फिल्म मिस न करें।
रेटिंग: 3/5